स्वयंसेवकों की सूझबूझ व बहादुरी से टला बड़ा हादसा लुधियाना (पंजाब). लुधियाना में स्वयंसवेकों की सूझबूझ व बहादुरी के कारण बड़ा हादसा टल गया. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पंजाब के प्रांत प्रचारक किशोर कांत जी ने बताया कि लुधियाना स्थित जनकपुरी संघस्थान पर शाखा लगने से कुछ समय पूर्व लगभग 6.25 पर संघस्थान के बाहर पेड़ की ओट में खड़े एक मोटरसाइकिल सवार से अपने शाखा कार्यवाह नरेश जी ने पूछताछ की कि वह वहां क्यों खड़ा है ? उसने कहा कि किसी की प्रतीक्षा कर रहा है. तो शाखा कार्यवाह ने कहा कि अंधेरे में क्यों खड़े हो, उजाले में आ जाओ. उसकी मोटरसाइकिल भी बिना नंबर वाली थी. कुछ ही देर में तीन-चार स्वयंसेवक और आ गए. इसी दौरान उस युवक का साथी भी चादर ओढ़े आया तथा पार्क के गेट पर नरेश जी से ही पूछा क्या तुम लोकल (स्थानीय) हो ? हां, कहने पर उसने चादर के अंद्र छिपाए रिवाल्सर से चादर हटाकर एक फायर किया. सजगता के परिणामस्वरूप कोई घायल अथवा चोटिल नहीं हुआ. स्वयंसेवकों तथा पार्क में आए अन्य लोगों के शोर मचाने पर दोनों युवक मोटरसाइकिल पर भाग निकले. एक बुजुर्ग व्यक्ति तथा एक स्वयंसेवक ने कुछ दूर तक उनका पीछा भी किया, लेकिन वे निकल गए. घटना की सूचना मिलने पर विभाग प्रचारक सुमित जी तथा अन्य स्वयंसेवक तुरंत शाखा पर पहुंचे. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी आस पास के सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग जांच रहे हैं. लगभग साढ़े दस बजे वह स्वयं (प्रांत प्रचारक) भी संघस्थान पर पहुंचे, उस समय तक सवा सौ स्वयंसेवक संघस्थान पर एकत्रित हो चुके थे. उन्होंने स्वयंसेवकों को सजग रहने, अफवाहों से बचने तथा हिम्मत से अपने संघ कार्य को को निरंतर बढ़ाने में अग्रसर बने रहने का आह्वान किया, तत्पश्चात सभी ने शाखा लगाकर संघ प्रार्थना की.