हिप्र उच्च न्यायालय में अधिवक्ता परिषद ने संविधान दिवस मनाया शिमला (विसंकें). 26 नवंबर को संविधान दिवस के उपलक्ष्य में हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में अधिवक्ता परिषद हिमाचल प्रदेश की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य वक्ता हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति धर्मचंद चौधरी रहे. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि न्यायाधीश पीसी राणा, विशिष्ट अतिथि न्यायाधीश सुरेश्वर ठाकुर रहे. परिषद के प्रदेश अध्यक्ष सेवानिवृत्त सत्र न्यायाधीश वीरेन्द्र सिंह वर्मा तथा हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय परिषद के अध्यक्ष अधिवक्ता तारा सिंह चौहान ने मंचस्थ महानुभावों का परिचय कराया. हिमाचल हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता केसी बनियाल ने न्याय दिवस मनाने के संदर्भ में जानकारी उपस्थित अधिवक्ताओं एवं गणमान्यों को दी. अधिवक्ता परिषद की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य अधिवक्ता विवेक ठाकुर द्वारा न्याय दिवस के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई. उन्होंने न्याय धर्म की परिधि में रहकर हो और संविधान में उल्लिखित मौलिक अधिकारों से छेड़छाड़ न हो, इस विषय पर अपना पक्ष रखा. भारत सरकार के सहायक सॉलिसिटर जनरल वरिष्ठ अधिक्ता अशोक शर्मा द्वारा प्राचीन एवं नवीन न्याय व्यवस्था के बारे में सटीक जानकारी प्रदान की गई. न्यायधीश सुरेश्वर ठाकुर ने भी न्याय व्यवस्था के विषय में उपस्थित जनसमुदाय की जानकारी का अभिवर्धन किया. सारगर्भित उद्बोधन में न्यायमूर्ति धर्मचंद जी ने अधिवक्ता परिषद को संविधान दिवस को न्याय दिवस के रूप में मनाने पर शुभकामना दी, संविधान की सार्थकता व वर्तमान परिपेक्ष्य में उसके क्रियान्वयन के पक्ष पर बल दिया. कार्यक्रम में मंच संचालन परिषद के उपाध्यक्ष तथा अतिथियों का स्वागत परिषद सचिव अधिवक्ता अंजलि शर्मा ने किया. कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के महाधिवक्ता श्रवण डोगरा, कानून सचिव व अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं बार काउंसिल हि.प्र. हाई कोर्ट के सदस्य, शिमला के गणमान्यजन उपस्थित रहे.