संघ लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने में विश्वास करता है – जे. नंद कुमार जी भोपाल (विसंकें). केरल में मार्क्सवादियों द्वारा लगातार हो रही हत्या के विरोध में पूरे देश में 01 से 03 मार्च के बीच विभिन्न मंचों, संगठनों द्वारा धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है, इसी क्रम में 01 मार्च को उज्जैन में जन अधिकार समिति द्वारा आक्रोश सभा एवं धरने का आयोजन किया गया था. इसमें एक वक्ता डॉ. कुंदन चंद्रावत द्वारा केरल के मुख्यमंत्री के सम्बन्ध में विवादित बयान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संज्ञान में आया है. इस सम्बन्ध में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मत है कि इन प्रदर्शनों में कई प्रकार के संगठनों/संस्थाओं के कार्यकर्ता वक्ता के रूप में आते हैं, इसीलिए उनके द्वारा दिया गया बयान “संघ का अधिकृत वक्तव्य” नहीं है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी स्थापना के समय से ही व्यक्ति निर्माण एवं समाज सेवा के कार्य में संलग्न है और कभी भी हिंसा में विश्वास नहीं रखा. संघ लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने में विश्वास करता है, इसीलिए संघ डॉ. कुंदन के भावावेश में दिए गए बयान की घोर भर्त्सना करता है. जे. नंदकुमार अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ