पिछले एक वर्ष में बढ़ीं 5524 शाखाएं और 925 मिलन – डॉ. कृष्णगोपाल जी नागौर, जोधपुर (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल जी ने कहा कि देशभर में संघ के कार्य में निरंतर वृद्धि हो रही है. पिछले एक वर्ष के दौरान 5524 शाखाएं तथा 925 मिलन (साप्ताहिक शाखा) बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 में 40922 शाखाएं थीं, जो वर्ष 2015 में बढ़कर 51335 हो गईं. तीन वर्षों के अंतराल में 10413 शाखाएं बढ़ीं हैं. वहीं वर्ष 2016 में देशभर में 5524 शाखाओं की बढ़ोतरी के साथ कुल शाखाओं की संख्या 56859 हो गई है. उन्होंने बताया कि देश में 840 जिलों में सले 820 जिलों में संघ का कार्य व्याप्त है और कुल 90 प्रतिशत ब्लॉकों (खंड) में संघ की उपस्थिति है. सह सरकार्यवाह अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के उद्घाटन सत्र के पश्चात पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. राष्ट्रीय स्वयसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक शुक्रवार सुबह से शुरू हुई. प्रतिनिधि सभा की बैठक में देशभर से 1300 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि संघ की शाखाओं की संख्या ग्रामीण क्षेत्रों में ही ज्यादा है. 2594 नगरों में से 2406 में संघ कार्य है. पिछले वर्ष के दौरान विभिन्न शिक्षा वर्गों में 1,37,351 स्वयंसेवकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है. उन्होंने बताया कि प्रतिनिधि सभा में समाज के विभिन्न वर्गों यथा चिकित्सक, इंजीनियर, प्राध्यापक, मजदूर, किसान, व्यापारी, महिला और अधिवक्ताओं समेत करीब 1300 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. डॉ. कृष्णगोपाल जी ने बताया कि यह वर्ष रामानुजाचार्य जी की जयंती का हजारवां वर्ष, डॉ. भीमराव आंबेडकर जी की जयंती का 125वां वर्ष, पं. दीनदयाल उपाध्याय जी और संघ के तृतीय पू. सरसंघचालक बाला साहब देवरस जी का जन्मशताब्दी वर्ष है. इन चारों ही महापुरुषों ने देश में सामाजिक समरसता के लिये उल्लेखनीय कार्य किया है. इस बात को ध्यान में रखते हुए यह वर्ष सामाजिक समरसता वर्ष के रूप में मनाया जाएगा. उन्होंने सामाजिक विषमता पर चिंता जताते हुए कहा कि आज भी समाज में जाति, संप्रदाय, वर्ण और जन्म के आधार पर भेदभाव होता है, यह समाप्त होना चाहिए. बैठक में उपस्थित मुख्य पदाधिकारी प्रतिनिधि सभा की बैठक में संघ के शीर्ष पदाधिकारियों के अलावा विश्व हिन्दू परिषद के संगठन महामंत्री दिनेश चंद्र जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष चम्पत राय जी, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी, संगठन महामंत्री रामलाल जी, राम माधव जी, शिव कुमार जी, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर जी, किसान संघ से दिनेश कुलकर्णी, प्रभात केलकर, स्वदेशी जागरण मंच से कश्मीरी लाल जी, डॉ. भगवती प्रसाद जी, भारतीय मजदूर संघ से वी. सुरेंद्रन जी, वनवासी कल्याण आश्रम से सौमेया जुरू जी, अतुल जी, सुरेंद्र सूरी जी, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से सुनील आंबेकर जी, के. रघुनंदन, श्रीनिवास जी, डॉ. कैलाश शर्मा जी, मिलिंद मराठे जी, हिन्दू जागरण मंच से कमलेश जी, अशोक पाठक जी, पूर्व सैनिक कल्याण परिषद से विजय कुमार जी, लघु उद्योग भारती से प्रकाश चंद्र जी, इसके अलावा विद्या भारती, सीमा जनकल्याण समिति, सेवा भारती, भारत विकास परिषद, सहकार भारती, इतिहास संकलन समिति, प्रज्ञा प्रवाह, आरोग्य भारती, विज्ञान भारती, क्रीड़ा भारती, एवं भारतीय शिक्षण मंडल सहित 45 संगठनों और 42 प्रांतों के प्रतिनिधि उपस्थित हैं.